नन्हें-मुन्ने बच्चे ! तेरी मुट्ठी में क्या है ? -शैलेन्द्र
नन्हें-मुन्ने बच्चे ! तेरी मुट्ठी में क्या है ? मुट्ठी में है तक़दीर हमारी हमने किस्मत को वश में किया है ! भोली-भाली मतवाली आँखों में क्या है ? आँखों में झूमे उम्मीदों की दीवाली आने वाली दुनिया का सपना सजा है ! भीख में जो मोती मिलें, लोगे या न लोगे ? ज़िन्दगी के आँसुओं का बोलो क्या करोगे ? भीख में जो मोती मिलें तो भी हम न लेंगे ज़िन्दगी के आंसुओं की माला पहिनेंगे मुश्किलों से लड़ते-भिड़ते जीने में मज़ा है ! हमसे न छिपाओ, बच्चों ! हमें तो बताओ आने वाली दुनिया कैसी होगी समझाओ ? आने वाली दुनिया में सबके सर पे ताज होगा न भूखों की भीड़ होगी, न दुखों का राज होगा बदलेगा ज़माना, ये सितारों पे लिखा है ! नन्हें-मुन्ने बच्चे तेरी मुट्ठी में क्या है ? मुट्ठी में है तकदीर हमारी हमने किस्मत को वश में किया है ! -शैलेन्द्र Editors Note: This poem was cinematized and made into a song in the film "Boot Polish". Enjoy it HERE For lip sync, use the below video with lyrics. You can print the above lyrics if you need it on paper. Submitted on: Thu Nov 08 2022 20:4...